ॐ शिवे भगवे भक्षे भगे भंग क्षोभय क्षोभय मोहय मोहय छदाय छदाय कलेटय क्लीं शरीरे ओम फट स्वाहा ॥ॐ नमो महाशाबरी शक्ति मम अरिष्टं निवारय मम कार्य सिद्धं कुरु कुरु स्वाहाः॥ ॥ॐ ऐं सूदर्शनाय (अमुक) वश्यं हुं ऐं फट स्वाहाः॥ Immediately after my consent, pandit sharma ji had presented me https://www.instagram.com/tantramantraaurvigyaan/